गणेश चतुर्थी पर निबंध हिंदी में। Ganesh Chaturthi essay in Hindi
गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा की जाती है, हिंदुओं का महत्वपूर्ण त्यौहार है। महाराष्ट्र में इसकी काफी धूम देखने को मिलती है। भारत देश के ऐसे तो हर राज्य में मनाई जाती है। छोटे से लेकर बड़े तक इस त्यौहार की प्रशंसा करते हैं। मन को हर्षित एवं उत्साहित की जाने वाली पर्व है जिस प्रकार से दीपावली, विजयदशमी, होली, हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है। उसी तरह गणेश चतुर्थी का महत्व काफी अधिक होती है। गणेश चतुर्थी पर निबंध इन हिंदी एवं विनायक चतुर्थी का निबंध हिंदी में 10 लाइन के माध्यम से पढ़ सकते हैं।
जैसी जैसी यह त्योहार करीब आती है तो खुशियाँ भरा माहौल बन जाता है। शहरों में चहल पहल बढ़ जाती है क्योंकि इसे सार्वजनिक रूप से भी गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाती है। मोदक के लड्डू इस समय अधिक मात्रा में बिकने शुरू हो जाती है। तो चलिए गणेश चतुर्थी पर निबंध हिंदी में जानकारी देने वाला हूं जो कई प्रतियोगिताएं में सहायक होने वाली है।
गणेश चतुर्थी पर निबंध 700 शब्दों में। Ganesh Chaturthi essay in Hindi
गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है। यह हिंदुओं का महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इसे महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जाता है। गणेश भगवान की पूजा पूरे 10 दिनों तक की जाती है। इसे दस दिवसीय त्योहार के रूप में मनाया जाता है। भारत के हर क्षेत्रों में विनायक चतुर्थी उत्साह भरे अंदाजों में मनाया जाता है। गणेश जी शिव एवं पार्वती के पुत्र थे पार्वती ने इसे अपने हाथों से बनाया था। गणेश चतुर्थी के आते ही हमारे चारों तरफ खुशियां का चादर फैल जाती है जिससे मन हर्षित हो जाती है। विदेशों में भी इसका प्रचलन बढ़ा है। भारतीय प्रवासी लोग इस पर्व को भव्य तरीके से मनाते हैं क्योंकि यह मनोकामनाएं पूरा करती है हर साल मनाया जाने वाला वार्षिक त्योहारों में से एक है।
गणेश जी को अनेकों नाम से पुकारा जाता है। इन्हें गणपति बप्पा, गजानन, मंगल मूर्ति, सिद्धि विनायक, सिद्धिदाता, भीम चतुर्भुज इत्यादि नामों से पुकारते हैं। हिंदू धर्म गणेश जी का नाम हर एक काम एवं शुरुआती कार्यों के पहले लिया जाता है। माना जाता है शिव जी के वरदान के कारण गणेश जी को हर वरदान देने का अधिकार है इसीलिए गणेश भगवान का नाम ज्यादातर कार्यों में लिया जाता है। विनायक चतुर्थी भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाई जाती है। चारों तरफ गणेश की पूजा होती रहती है। इस त्यौहार की तैयारियां बहुत पहले से ही शुरू हो जाती है क्योंकि छोटे से लेकर बड़े बड़े मूर्ति का रूप देकर उसको पंडाल में स्थापित किया जाता है। मोदक का लड्डू गणेश जी का प्रिय मिठाई मानी जाती है। बाजारों में एवं घरों में मोदक के लड्डू बनाए एवं खाए जाते हैं। कई लोग अपने घर में गणेश जी की मूर्ति लाते हैं और पूरी श्रद्धा भक्ति भाव के साथ पूजा करते हैं। अपने पड़ोसियों को बुलाकर गणेश की आरती और पूजा पाठ करते हैं। चेहरा खुलने से लेकर आ अनंत चतुर्थी तक गणपति बप्पा मोरिया मंगल मूर्ति मोरिया के नारों के साथ गूँज उठती है। महाराष्ट्र का सबसे बड़ा त्यौहार के रूप में देखा जाता है। इस राज्य के कोने कोने में विनायक चतुर्थी की धूम देखने को मिलती है।
माता पार्वती ने गणेश जी को उत्पन्न किया था। उसको उत्पन्न करने का उद्देश्य बताकर स्नान करने चली गई थी। शिवजी अपने दरवाजे अंदर प्रवेश करना चाहा तो गणेश जी ने उन्हें अंदर प्रवेश करने में बाधा पहुंचा रहे थे क्रोधित होकर उनका गलाकाट डाला इससे चिंतित होकर पार्वती ने उनसे जीवन की गुहार लगाई। शिव के अनुयायी हाथी का गला काट कर गणेश के शरीर पर लगा दिया। इस दृश्य से अजीब लगने के कारण शिव जी ने यह वरदान दिया कि उनका नाम लेकर जो कोई भी काम करा शुरू करेगा उसको संपन्नता मिलेगी। उनके जन्मदिन पर पूजा करने पर उसके मनोकामनाएं पूर्ण होगी गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में विनायक चतुर्थी या गणेश चतुर्थी को मनाते हैं। प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को ये त्यौहार मनाई जाती है। यह अगस्त या सितंबर के महीने में मनाया जाता है।
बाजार से मूर्ति खरीद कर लाते हैं और स्थापित किया जाता है। पूरे 10 दिन तक गणेश की पूजा की जाती है। उन्हें सुबह शाम भोग लगाया जाता है। हिंदू धर्म पंडित गणेश जी की कथा एवं पाठ सुनाते हैं। गणेश की आरती सुबह शाम की जाती है। अपने घर को अच्छे से फूलों से सजाते हैं। रंग-बिरंगे लाइटों को लगाते हैं। विनायक चतुर्थी से पूरे 10 दिन तक इसी अनुसार पूजा की जाती है। 11 वें दिन से कहीं-कहीं विसर्जन शुरू हो जाता है। गणेश की मूर्ति को तालाब, नदी, समुद्र में विसर्जित करने के लिए ढोलनगाड़ों के साथ पूरे उत्साह के साथ ले जाते हैं और उनसे हर एक इच्छाओं को पूरा हो जाने की प्रार्थना करते हैं और यह कामना की जाती है कि अगले साल इसी तरह जल्दी आए।
गणेश जी की पूजा करने पर शिवजी पार्वती एवं अन्य हिंदू देवी देवता आशीर्वाद देने के उद्देश्य से आते हैं। सुख समृद्धि बाधाओं का निवारण करने के लिए आते हैं। देश के विभिन्न राज्यों में बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्य में इस उत्सव का आनंद देखने को मिलता है। गणेश जी की सवारी चूहा को माना जाता है गणेश जी को 108 नाम है, जिनमें मुख्य 12 नाम ज्यादातर लिए जाते हैं। सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्ण, लंबोदर, विकट, विघ्न, विनाशक, धूमकेतु, गजाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन।
विनायक चतुर्थी का निबंध हिंदी में 10 लाइन। 10 lines Ganesh Chaturthi essay in Hindi
1. गणेश चतुर्थी हिंदुओं का महत्वपूर्ण त्यौहार व उत्सव है।
2. गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है।
3. गणेश चतुर्थी 10 दिवसीय त्यौहार है।
4. गणेश जी का विशेष त्योहार माना जाता है क्योंकि इसी दिन इनका जन्मदिन माना जाता है।
5. गणेश चतुर्थी भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को प्रत्येक साल मनाया जाता है जो अगस्त या सितंबर में पड़ता है।
6. महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी को प्रमुखता से मनाई जाती है।
7. हर जगह गणेश उत्सव की धूम रहती है।
8. गणेश जी की प्रतिमा लाकर उनकी पूजा की जाती है और लोग उत्साह पूर्वक गणेश चतुर्थी का व्रत रखते हैं।
9. 10 दिन के बाद ढोल नगाड़े के साथ मूर्ति विसर्जन किया जाता है।
10. गणेश चतुर्थी के दिन मोदक का प्रसाद बाटा जाता है।
गणेश चतुर्थी के निबंध में क्या जानकारी मिला:-What information was found in Ganesh Chaturthi essay: -
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