दशहरा पर निबंध हिंदी में। Dussehra Essay in Hindi
विजयदशमी हिंदुओं का सबसे बड़ा त्यौहार है। इस दिन दुर्गा की उपासना की जाती है। इस त्योहार के महत्व के कारण दुर्गा जी की पूजा की जाती है इस दौरान से पूर्व दुर्गा देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। ये शक्तिशाली देवी का रूप माना जाता है। असुरों का नरसंहार करके नवरात्रि के दसवें दिन विजय हासिल की थी इसलिए इस दिन को विजयदशमी कहा जाता है। घर परिवार में खुशी का माहौल खुशिया देने वाला त्यौहार के रूप में भी देखा जाता है। मेला देखने झूला झूलने तथा अनेक सारी मिठाइयां खाते हैं। आज विजयदशमी पर निबंध फेस्टिवल हिंदी में एवं विजयदशमी पर 10 लाइनें फेस्टिवल हिंदी में पढ़ सकते हैं।
सभी लोग विजयदशमी का इंतजार बहुत पहले से ही करते हैं। इससे उसकी खुशियां दोगुनी रूप से बढ़ती है मूर्ति की स्थापना होनी शुरु हो जाती है। खिलौने बिकने शुरू हो जाते हैं, बाजार सजने लगते हैं ऐसे बहुत प्रकार की तैयारियां की जाती है जिसमें लोगों को अच्छा लगे। तो चलिए विजयदशमी पर निबंध फेस्टिवल हिंदी के माध्यम से इसे देख सकते हैं।
दशहरा पर निबंध 500 शब्दों में। Dussehra Essay in Hindi
विजयदशमी या दशहरा हिंदुओं का सबसे बड़े त्यौहार में गिना जाता है। भारत के कोने कोने में यह त्यौहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल में इसे भव्य रूप से मनाई जाती है। यहां का सबसे लोकप्रिय त्यौहार है। असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है। बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाई जाती है। सभी धर्मों के लोग इस त्योहार को मनाते हैं। इसमें बड़े बड़े झूले मेला बाजार सजते हैं। लोग घूमने और मस्ती करने के लिए मेला जाते हैं। विदेशों से कहीं लोग घूमने आते हैं। इस दिन चारों तरफ खुशियां ही खुशियां रहती है। उत्तर भारत में खासतौर पर विजयदशमी मनाया जाता है।
विजय दशमी को दुर्गा पूजा भी कहा जाता है। दुर्गा जी की उपासना एवं पूजा की जाती है। नवरात्रि से नौ दिनों तक दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इसके दसवें दिन को विजयदशमी मनाते है। दुर्गा के प्रथम रूप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी तथा सिद्धिदात्री को अंतिम रूप दिया जाता है। इसी क्रम से पूजा किया जाता है। विजयदशमी से पहले नवरात्रि उसके बाद दुर्गा जी को नौ दिन पूजा किया जाता है। यह सभी दुर्गा के ही रूप माना जाता है।
वर्ष में दो बार मुख्य रूप से मनाया जाता है इनमें से आश्विन शुक्ल पक्ष की मुख्य तिथि मानी जाती है। इसमें राम भगवान से जुड़ी कथाएं विख्यात है। विजयदशमी को भक्ति भाव के साथ मनाया जाने वाला हिंदुओं का विशिष्ट त्यौहार है।
राम जी की पत्नी सीता का अपहरण कर रावण लंका ले गया था तो मां दुर्गा की शक्ति पाने के लिए दुर्गा के नौ रूपों की पूजा किए क्योंकि राम भगवान दुर्गा मां का सच्चा भक्त था इसलिए उनकी उपासना किया अंतिम में दुर्गा के नवें रूप सिद्धिदात्री की पूजा समाप्त कर लंका चले गए। राम जी ने रावण का वध कर दिया जिससे विजय प्राप्त हो गई। इसी याद में इस दिन को विजयदशमी के रूप में जाना जाता है। भगवान राम को हिंदू धर्म में आदर के साथ नाम लिया जाता है क्योंकि काफी सारे दुखो कष्टों को सहते हुए सत्य के मार्ग पर चलते रहे और हर मुश्किलों का सामना सहजता पूर्वक किये।
जब पृथ्वी पर पाप बढ़ गया दुष्टों का सर्वनाश करने के लिए मां दुर्गा ने नौ दिनों तक अलग-अलग रूप में आकर सारे दुष्टों का अंत कर दिया। दसवां दिन महिषासुर का वध किया था जिससे राक्षसों का साम्राज्य का अंत हो गया। इसी वजह से चैत्र माह में भी दुर्गा दशहरा का त्यौहार मनाया जाता है।
अश्विन महीने में मनाए जाने वाले की मान्यता विश्व स्तरीय पर काफी विशेष त्यौहार मानी जाती है। हर वर्ष अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। ये सितंबर या अक्टूबर के महीने में मनाई जाती है।
दशहरा में बड़े बड़े मेले झूला लगे रहते हैं। अनेक प्रकार के कार्यक्रम होते रहते हैं। बच्चे इस त्यौहार में ज्यादा उत्साहित रहते है। झूला झूलना, मिठाई खाना, खिलौने खरीदना यह सभी बच्चे को काफी पसंद लगता है। बड़े लोग दुर्गा जी का आशीर्वाद लेते हैं और बाजारों- पंडालों में दुर्गा दर्शन करते हैं, पूरा बाजार लाइटों एवं पंडालों से सजा रहता है। रावण के पुतला को जलाने का विशेष प्रचलन भी है। बड़े पुतला बनाकर ढेर सारी पटाखे जलने लायक वस्तुएं लगाई जाती है। लंका का स्वरूप देकर उसका दहन किया जाता है। इसे लंका दहन भी कहा जाता है।
मां दुर्गा ने महिषासुर का वध करके जीत हासिल की। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है उसी प्रकार राम ने भी रावण का वध करके जीत हासिल की थी। इसमें असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक माना जाता है। अश्विनी माह के दसवीं दिन विजय हासिल होने की वजह से विजयदशमी के रूप में जाना जाता है।
दुर्गा विजयदशमी का निबंध 10 लाइन। 10 lines Dussehra Essay in Hindi
1. दशहरा हिंदुओं का सबसे लोकप्रिय त्यौहार में से एक है।
2. दशहरा को ही विजयदशमी कहा जाता है।
3. यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाई जाती है।
4. दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
5. इस दिन राम ने मां दुर्गा की पूजा करके रावण का सर्वनाश किया था इसी खुशी में दशहरा मनाया जाता है।
6. इस दिन मां दुर्गा की प्रतिमा की पूजा आरती की जाती है।
7. दशहरा में मेला का आयोजन किया जाता है. इसमें अनेक प्रकार के खिलौने बिकते हैं।
8. पूरे देश में दशहरा का त्यौहार जो समान खुशी के साथ मनाई जाती है।
9. सभी शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश रखती है।
10. अहंकार अधर्म बुराई को छोड़कर सत्य की राह पर चल कर विजय हासिल करने का संदेश देती है।
दशहरा के निबंध में क्या जानकारी मिला - Dussehra Essay in Hindi
इसमें दशहरा पर निबंध हिंदी में । Dussehra Essay in Hindi ; दशहरा पर निबंध तथा दुर्गा विजयदशमी का निबंध 10 लाइन या शॉर्ट में क्रमबद्ध तरीके से जानकारी मिल चुकी होगी।