पोंगल पर निबंध हिंदी में Pongal Par Nibandh Hindi Mein
पोंगल तमिल राज्य का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। पूरे राज्य में इस त्योहार को श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। तमिल किसानों के लिए खुशी का त्योहार रहता है। अपने पूरे परिवार संग पोंगल को धूमधाम से मनाते हैं। पोंगल से जुड़ी बातें जानने के लिए इंटरनेट पर सर्च करते हैं। कितना लोगों को इस पर जानकारी भी नहीं होती है क्योंकि इस नाम से पूरे देश में नहीं मनाते हैं। लेकिन इसी त्योहार को अलग-अलग नामों से मनाते जरूर है। आज पोंगल पर निबंध हिंदी में तथा पोंगल पर 10 लाइन हिंदी में इस निबंध के माध्यम से पढ़ सकते हैं।
जिस तरह से पंजाब में लोहड़ी, उत्तर भारत में मकर संक्रांति के नाम से मनाया जाता है। उसी तरह से तमिलनाडु में पोंगल के नाम से मनाते हैं। इन सभी में किसान के लिए ही खास माना जाता है। नए साल में साल का पहला त्यौहार के रूप में मनाते हैं। क्योंकि यह तमिलनाडु के लोगों द्वारा हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस निबंध के माध्यम से पोंगल पर निबंध के बारे में पूरी जानकारी ले सकते हैं।
पोंगल पर निबंध 500 शब्दों में
पोंगल तमिलनाडु में मनाया जाता है। तमिलनाडु का एक बड़ा त्यौहार माना जाता है। तमिल हिंदुओं का प्रसिद्ध त्योहार पोंगल को ही कहा जाता है। यह त्यौहार पूरी तरह से प्रकृति को समर्पित है। तमिल किसानों के लिए खास महत्व रखता है। हमेशा की तरह पूरे साल के लिए धूप वर्षा खेतिहर पशु की पूजा अर्चना की जाती है। तमिलनाडु राज्य से ताल्लुक रखने वाले इस त्यौहार को श्रद्धा के साथ मनाते हैं। इस राज्य के पड़ोसी राज्य में भी पोंगल का त्यौहार उसी उत्साह के साथ मनाया जाता है। भारत के अलावा श्रीलंका, अमेरिका, मलेशिया, कनाडा, मॉरिशस, ऑस्ट्रेलिया में इस त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। प्रत्येक वर्ष 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन मकर संक्रांति भी मनाई जाती है। पोंगल का अर्थ है उबाल या विप्लव होता है। इस त्यौहार में प्रकृति का आभार देखने को मिलता है। चारो तरफ सुंदरता का नजारा काफी सुंदर दिखती है। हर वर्ष 4 दिनों तक मनाया जाता है। पूरे तमिलनाडु में अवकाश रहती है।
इसी त्यौहार को भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से भी मनाया जाता है। यह सभी प्रकृति को धन्यवाद देने और प्रार्थना करने के लिए मनाया जाता है। केरल, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक तथा तमिलनाडु के पड़ोसी राज्य में संक्रांति के नाम से मनाते हैं। उत्तर भारत में मकर संक्रांति, पंजाब में लोहड़ी, गुजरात और महाराष्ट्र में उत्तरायण, मध्य भारत के कुछ राज्यों में सकरात के नामों से मनाया जाता है।
फसलों की अच्छी उपज होने की खुशी में पोंगल के रूप में मनाया जाता है। किसानों के लिए खुशी का त्यौहार होता है। पूर्ण रूप से यह फसल और कृषि को समर्पित माना जाता है। तमिल कैलेंडर के अनुसार से तमिल महीने के प्रथम दिन को पोंगल मनाया जाता है। यह त्यौहार जनवरी के मध्य में मनाते हैं। अधिकतर बार 14 जनवरी को मनाई जाती है। कभी-कभी 15 जनवरी को भी मनाया जाता है।
अच्छी तरह से उबला हुआ प्रसाद को ही पोंगल कहा जाता है। तमिल हिंदू इस दिन नए नए कपड़े पहनते हैं। यह त्यौहार पूरे 4 दिन तक मनाया जाता है। पहले दिन को भोगी पोंगल, दूसरे दिन को सूर्य पोंगल, तीसरे दिन को मट्टू पोंगल तथा चौथे दिन को कन्या पोंगल के रूप में मनाया जाता है। लगातार चार दिन तक अलग अलग नाम से मनाई जाती है। नई फसल के चावल, गुड़, बादाम मिलाकर खीर का प्रसाद बनाया जाता है। तैयार प्रसाद को सूर्य देवता को चढ़ाया जाता है। यह सूर्य पोंगल के दिन किया जाता है। कन्या पोंगल को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। बैल की लड़ाई का आयोजन किया जाता है। इस दिन भोज भंडारा भी किया जाता है। पोंगल का समापन दिन कन्या पोंगल के दिन होता है।
प्रत्येक पोंगल का महत्व होता है। हरेक दिन अलग-अलग रीति-रिवाजों से पोंगल के त्यौहार को संपन्न किया जाता है। देश विदेशों में तमिलनाडु की परंपराओं को अपनाया जाता है। दक्षिण भारत में मनाए जाने वाला महत्वपूर्ण त्योहार होता है। सभी लोग एक दूसरे की शुभकामनाएं देते हैं। किसानों के लिए सुख समृद्धि लेकर आती है। किसानों द्वारा उत्साह के साथ पूरे राज्य भर में मनाया जाता है।
पोंगल पर 10 लाइन हिंदी में
1). पोंगल कों दक्षिण भारत के तमिल हिंदुओं का प्रसिद्ध त्योहार माना जाता है।
2). सूर्य, धूप, वर्षा तथा खेतिहर मवेशियों की पूजा की जाती है।
3). पोंगल और मकर संक्रांति का त्यौहार एक ही दिन को पड़ता है।
4). तमिल किसानों के लिए पोंगल का विशेष महत्व होता है चावल, गुड़ तथा मूंगफली पकवान बनाए जाते हैं।
5). पोंगल प्रत्येक वर्ष 4 दिनों तक मनाया जाता है।
6). पोंगल के प्रथम दिन भोगी, द्वितीया दिन सूर्य, तृतीय दिन मट्टू तथा चतुर्थी दिन कन्या पोंगल के नाम से मनाया जाता है।
7). हर वर्ष 14 जनवरी या 15 जनवरी को मनाया जाता है।
8). पोंगल का अर्थ होता है उफान या विप्लव।
9). तमिलनाडु राज्य में पोंगल को उत्साह के साथ मनाया जाता है।
10). फसल काटने की खुशी को प्रकट करने के लिए पोंगल के रूप में मनाते हैं।
इस निबंध में क्या जानकारी मिला :-
इस निबंध में पोंगल पर निबंध हिन्दी में ( Pongal Essay in Hindi ) तथा पोंगल पर 10 लाइने हिन्दी में ( Pongal on Ten Lines in Hindi ) के बारे मे जानकारी मिली।
इसमें पोंगल पर निबंध, पोंगल पर निबंध 500 शब्दो में, पोंगल पर 10 लाइन क्रमबद्ध तरीके से मिल चुकी होगी।