भारत एक बहुभाषिय देश है जहा हर 20 km के बाद बोलने का ट्यून चेंज हो जाता है यानि क्षेत्रीय भाषा कहलाता है उत्तर भारत मे खास तौर पर हिंदी भाषा बोली जाती है और बहुत राज्य की ऑफिशियल भाषा भी है सरकारी दफ्तरो में हिंदी कां फर्स्ट भाषा के रुप मे चुना जाता है मददगार भाषा अंग्रेजी है जो ऑप्सनल भाषा मे शामिल है । किसी भी देश की भाषा उस देश की एकता को दर्शाती है । इसीलिए हिंदी भाषा पर गर्व होनी चाहिए । मातृ भाषा मे भाव अन्दाज इमोशन जुड़ी होती है वो आपकी लैग्वेज को नही समझ सकता जो उस भाषा को न जानता है
- विश्व हिन्दी दिवस अलग तिथि को
- भारतीय हिन्दी दिवस 14 सितम्बर को,
- भारत का राजभाषा हिन्दी तथा अंग्रेजी वैकल्पिक राजभाषा है
हिन्दी दिवस के बारे में जानते क्या है
हिन्दी एक भाषा है जो भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाला भातृभाषा है , ऐसे तो भारत में मल्यालय तमिल कन्नड़ तेलुगु उड़िया पंजाबी बंगाली मराठी अन्य स्टेटो मे बोली जाती है । इसी वजह से भारत को कैपिल्स ऑफ लेग्वेज (भाषों का राजधानी ) कहा जाता है सबसे अधिक भाषा भारत में ही बोली जाती है इस पोस्ट मँ हिन्दी दिवस के मौके पर जानेगे हिन्दी भाषा क्या है
हिन्दी दुनिया का तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है भारतीय तथा भारतीय मूल को एकता और पहचान को दर्शाती है इस दिन इंडियन लोग के लिए गौरव का दिवस होता ह्रै । हिन्दी की लिपि देवनागरी होती है । हर वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है वहीं विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी को मनाई जाती है '
विरोध हिन्दी भाषा का क्यों
विरोध करने के कई कारण हो सकते हैं मगर कुछ कारण आपको आश्चर्य कर सकते हैं आइये जानते है
कहा जाता है कि सब लोग अच्छे नहीं होते और सब लोग बुरे भी नहीं होते है भारत एक देश जरूर है मगर कुछ खाई हम तो नहीं बह त पहले से है कहीं जाति में बँटे कई धर्म से बँटे तो अब भाषा मे भी बट गए । हालांकि कुछ हिस्सो में हिंदी भाषा का विरोध ज्यादा देखने को मिलता है तमिलनाडु और कर्नाटक में राष्ट्र भाषा हिंदी का विरोध कुछ ज्यादा ही होता है
कौन करते है हिन्दी भाषा का विरोध ( संभावना )
- खाटी गॉव साइड वाले लोग जो हिन्दी जानते तक नही वैसे लोग विरोध कर सकते है
- अपनी संस्कृति को बचाने के लिए क्यांकि भाषा उस राज्य की संस्कृति को शोभित करती है
- कर्नाटक व तमिलनाडु में लोगों की संख्या लगभग 14 करोड़ है
- राज्य भाषी को बढ़ावा देने के लिए जिससे जॉब स्थानीय निवासी को मिल सके
- उस व्यक्ति को दिक्कत हर वो चीज से होगी जो हमेशा नफरत की बात करता होगा
- कम्यूनिकेशन का माध्यम होता है भाषा तमिल बहुत पुरानी भाषा
- अपने राजकीय भाषा बोलने पर गर्व करते हों
- राजनीति से प्रेरित भी हो सकती है
कितनी आबादी हिंदी बोलती है
राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत में सारे नागरिक हिंदी भाषा बोलते है जो मूल भाषा है जिसका महत्व देश विदेश में भी होता है विदेशी लीडर कुछ शब्द हिंदी बोलकर भारतीय को इप्रेश करते है भारत में कुल आबादी लगभग 140 करोड है इनमे से लगभग 60% नागरिक हिन्दी भाषा बोलते हैं अन्य भाषा होने के वावजूद करीबन 20% लोग हिंदी लैंग्वेज को बोल सकते है ( मुम्बई पुणे गुजरात उड़ीसा वेस्ट बंगाल बेग्लुरु शामिल ) बाकि बचे दक्षिण भारत के नागरिक हिन्दी में बात नहीं कर सकते क्योंकि उस राज्य का अलग राजकीय भाषा है ( तमिलनाडु में तमिल , केरल मे मलयालम ' कर्नाटक में कन्नड आन्ध्रा व तेलंगाना में तेलुगु )
हिन्दी भाषा का महत्व क्यों होनी चाहिए
भारत को एकता में करना है तो हिदी भाषा को हर राज्य में हिन्दी भाषा के महत्व को समझाना होगा जिस तरह से राज्य की संस्कृति की पहचान राजकीय भाषा से होती है वैसे ही भारत की संस्कृति की पहचान भाषा हिन्दी से होती है ।
क्यों हिंदी दिवस मनाया जाता है
साहित्यकार व्यौहार राजेन्द्र सिंह की जयंति के दिन को राष्ट्रीय हिंदी दिवस के रूप में चुना गया देश के अन्य भागों हिंदी भाषा का मान बढे तब उस देश की संपूर्ण पहचान होगी अपनी संस्कृति को जिन्दा रखने का माध्यम है इसीलिए हिंदी भाषी राज्य में लोग गौरवान्वित करते है । वॉलीवुड के गाने विश्व मे दूसरे स्थान पर सबसे ज्यादा सुने जाने वाले साँग माने जाते है। अग्रेजी के बाद हिन्दी के गाने सबसे अधिक पोपुलर होते है ।
हिदी दिवस का मूल उद्देश्य - वैश्विक स्तर पर हिन्दी भाषा का प्रचार प्रसार करना तथा जागरूकता फैलाने के लिए अभियान जोड़ना महत्व रखता है