रविंद्र नाथ टैगोर जयंती पर निबंध। Ravindra Nath Tagore Jayanti essay in Hindi
रविंद्र नाथ जयंती भारत के विभिन्न हिस्सों में मनाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण जयंती है। रविंद्र नाथ टैगोर एक हिंदू परिवार के थे। उनका पूरा परिवार धार्मिक था। टैगोर एक बंगाली फैमिली से आते थे जो विश्व भर में नाम कमाया और भारत देश को पहचान दिलाया। राष्ट्रगान जन गण मन रविंद्र नाथ टैगोर ने ही लिखा था पश्चिम बंगाल के कोलकाता में उनका जन्म हुआ था इसलिए यहां पर धूमधाम से टैगोर जयंती मनाई जाती है। रविंद्र नाथ टैगोर जयंती पर निबंध तथा रविंद्र नाथ जयंती टैगोर पर निबंध हिंदी में 10 लाइन के माध्यम से पढ सकते है।
रविंद्र नाथ टैगोर जयंती पर निबंध हिंदी में
कोलकाता में इसकी तैयारी की जाती है जिससे भव्य रुप से मनाया जा सके। पश्चिम बंगाल में लंबे समय से उनकी जयंती मनाने के लिए इंतजार करते हैं। पश्चिम बंगाल में रविंद्र नाथ टैगोर, सुभाष चंद्र बोस की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। तो चलिए रविंद्र नाथ टैगोर जयंती पर निबंध हिंदी में पूरी जानकारी ले सकते हैं।
रविंद्र नाथ टैगोर जयंती पर निबंध 500 शब्दों में। Ravindra Nath Tagore Jayanti essay in Hindi
रविंद्र नाथ जयंती भारत में विशेष रूप से मनाया जाने वाला उत्सव माना जाता है। पश्चिम बंगाल में रविंद्र नाथ की जयंती की धूम देखने को मिलती है। हर धर्म के लोग उनकी जयंती को मनाते हैं। भारत के महापुरुषों में से एक हैं। रविंद्र नाथ टैगोर का नाम रविंद्र नाथ ठाकुर नाम भी है। इन्हें प्यार से गुरुदेव भी कहा जाता है। इनका जन्म 7 मई 1869 को कोलकाता में हुई थी। पश्चिम बंगाल में उन्हें सम्मान के साथ नाम लिया जाता है।
ब्राह्मण परिवार एवं सुख संपन्न परिवार में जन्म लिये इनके माता जी का नाम शारदा व पिता का नाम देवेंद्र नाथ टैगोर है। बांग्ला और अंग्रेजी भाषा को बोलते थे। भारत के सबसे प्रसिद्ध कवि में से एक थे भारतीय साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार के विजेता है। दो राष्ट्र के लिए राष्ट्रगान रविंद्र नाथ टैगोर ने ही लिखी थी। इसमें भारत के लिए राष्ट्र गान जन गण मन तथा बांग्लादेश के लिए राष्ट्रीय गान आमार सोनार बांग्ला लिखे थे। भारत को पहचान दिलाने के लिए रविंद्र नाथ जी का सबसे बड़ा योगदान माना जाता है।
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी धर्म के लोग मिलजुलकर रवींद्रनाथ जन्मोत्सव को मनाते हैं। एकता, भाईचारे, प्रेम इस जयंती में देखने को मिलती है। इस दिन राजकीय छुट्टी रहती है। रविंद्र नाथ टैगोर धनी परिवार में जन्म लिए थे इसलिए माध्यमिक शिक्षा लेने के लिए कोलकाता के प्रसिद्ध संत जेवियर स्कूल में नाम लिखाये बचपन से ही उन्हें पढ़ाई में रुचि आ गई थी।
स्मरण शक्ति तेज होने के कारण पढ़ने में काफी तीव्र हो गए थे बाद में हाई स्कूल में पढ़ने के लिए इंग्लैंड चले गए। 1878 में कानून की पढ़ाई करने हेतु लंदन विश्वविद्यालय गए लेकिन अपनी इच्छा को पूरा करने के लिए अपनी पढ़ाई को अधूरा छोड़ कर 1880 में पुनः भारत वापस आ गए।
रविंद्र नाथ टैगोर की माता का देहांत बचपन में ही हो गया था। उन्हें पिता का प्यार ज्यादा मिला नहीं क्योंकि किसी सिलसिले में इधर-उधर जरूरी कामों के लिए जाते रहते थे। नौकरों ने उनका अच्छा से ख्याल रखा करता था। 1883 में म्रणालिनी देवी के साथ विवाह कर दी गई समुद्री यात्रा के दौरान गीतांजलि का अनुवाद अंग्रेजी में किया।
इस प्रतिभा के लिए और गीतांजलि प्रकाशन के बाद नोबेल पुरस्कार दिया गया। एशिया में प्रथम व्यक्ति बने जिसे नोबेल पुरस्कार मिला। उनके पास इतनी प्रतिभा थी कि 8 साल की उम्र में कविता लिखना शुरू कर दिया था। 1877 मे पहली बार लघु कथा को पब्लिश किया। उस समय 16 वर्ष के हो चुके थे। उसके बाद लगातार लघुकथाएं, नाटक, गाने, निबंध, उपन्यास इत्यादि लिखें।
रविंद्र नाथ टैगोर का जन्म ब्रह्म समाज में हुआ था। कोलकाता कलकत्ता के जोड़ासाँको के ठाकुर बारी जैसे जगह पर टैगोर का जन्म स्थान माना जाता है। इनके सम्मान में हर वर्ष 7 मई को मनाया जाता है। इनकी जन्म जयंती के लिए बड़ी संख्या में इस दिन टैगोर जयंती के रूप में सेलिब्रेट करते हैं।
रविंद्र नाथ टैगोर का जन्म कलकत्ता में हुआ था जो पश्चिम बंगाल राज्य में है। इस राज्य में सबसे बड़ा एवं प्रसिद्ध नाम माना जाता है। बंगाल में टैगोर की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इनकी जयंति विश्व भर में भी मनाया जाता है। उनको याद किया जाता है। पश्चिम बंगाल को पहचान दिलाने वाले व्यक्ति हैं। बड़े-बड़े लोग टैगोर स्टेच्यू को पुष्प अर्पित कर नमन करते हैं। स्कूल कॉलेजों में उनके बारे में विचारों के बारे में बताया जाता है। पूरे बंगाल में अवकाश रहती है। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किया जाता है।
रविंद्र नाथ जयंती टैगोर पर निबंध हिंदी में 10 लाइन। Ravindra Nath Tagore Jayanti essay in Hindi
1). रविंद्र नाथ टैगोर का स्थानीय नाम रविंद्र नाथ ठाकुर था इनका जन्म कोलकाता में हुआ।
2). रविंद्र नाथ टैगोर जयंती भारत में धूमधाम से मनाया जाता है।
3). रविंद्र नाथ का जन्म 7 मई 1861 में हुआ था।
4). भारत के राष्ट्रीय गान जना गण मना गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर के द्वारा लिखी गई है। इन्हीं के जन्म तिथि को बनाने के लिए रवींद्रनाथ जयंती मनाई जाती है।
5). विश्व भर में सबसे प्रसिद्ध कवि दार्शनिक और साहित्यकार माने जाते थे इसके चलते नोबेल पुरस्कार भी मिला।
6). रविंद्र नाथ टैगोर को गुरुदेव भी कहा जाता है।
7). उनकी शादी मृणालिनी देवी से 1883 में हुई थी।
8). बंगाल में सांस्कृतिक उपदेशक भी कहा जाता है।
9). भारत में रविंद्र नाथ जयंती प्रमुख मानी जाती है।
10). पश्चिम बंगाल के कैलेंडर के अनुसार से वोइशाख के 25 दिन मनाई जाती है। 7 मई को सभी राज्यों में रविंद्र नाथ टैगोर की जन्म जयंती मनाई जाती है।
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