करवा चौथ पर निबंध। Essay on Karva Chauth in Hindi
करवा चौथ पर निबंध
करवा चौथ हिंदू कपल्स के लिए अर्थात पति पत्नियों द्वारा मनाया जाने वाला एक खास त्यौहार है। इसे विश्व भर में हिंदू परिवार में मनाई जाती है। एक दूसरे को प्यार बॉटने के साथ-साथ सौभाग्यवती महिलाएं अपने पति के स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना करती है। इसे पवित्र त्यौहार में गिना जाता है। कई महिलाएं इस दिन व्रत रखती है। खुशी को प्रकट करने एवं प्यार को व्यक्त करने का काफी सुंदर दिन होता है। आज करवा चौथ पर निबंध तथा दीर्घायु करवा चौथ व्रत पर निबंध हिंदी में / 10 लाइन के माध्यम से पढ़ सकते हैं।
महिलाएं ज्यादातर इस पर्व को मनाने की इच्छा जाहिर करती हैं। इसे धूमधाम से मनाया जाता है जिस प्रकार से भाई बहन का त्यौहार रक्षाबंधन तथा भैया दूज मनाते हैं। उसी प्रकार से करवा चौथ पति पत्नी का पवित्र त्यौहार होता है। इसकी तैयारी जोरों शोरों से की जाती है। पूजा की सामग्री पहले ही खरीद ली जाती है। तो चलिए करवा चौथ पर निबंध हिंदी में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
करवा चौथ पर निबंध 600 शब्दों में। Essay on Karva Chauth in Hindi
करवा चौथ हिंदू पति पत्नी के बीच मनाया जाने वाला प्रमुख पर्व है। यह एकमात्र पर्व है जो हिंदुओं में कपल्स के साथ मिलकर श्रद्धा भाव से मनाते हैं। यह सभी भारतीय पत्नियों के लिए पवित्र पर्व के रूप में माना जाता है। विदेशों में भी इसे सम्मान की तरह मनाते हैं हालांकि भारतीय विदेशी महिलाएं ही मनाती है क्योंकि वे सब भारतीय की संस्कृति का पालन करती है। भारत देश के हर राज्य में महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती है। यह वार्षिक त्यौहार है जो प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है।
नारिया द्वारा प्रमुखता से मनाई जाने वाली पर्व को करवा चौथ त्यौहार के रूप में जानते हैं। इसमें चंद्रमा एवं शिव भगवान की पूजा की जाती है। आस्था के साथ साथ विश्वास का पर्व भी मानी जाती है। इसमें उत्सुकता झलकती है। पति पत्नी के बीच प्यार विश्वास एवं संपूर्ण अटूट विश्वास का प्यार मिलता है। गणेश जी की पूजा विशेष रीति से की जाती है। 18 वर्ष से ज्यादा उम्र वाली महिलाएं यह व्रत करती है। करवा चौथ को करक चतुर्थी भी कहा जाता है।
करवा चौथ का व्रत रखने से सौभाग्यपूर्ण महिलाएं अपनी इच्छा मनोकामना के लिए करती हैं। जिसमें अपने पति के सुहाग की रक्षा के लिए सदा समर्पित पति की दीर्घायु एवं अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए इस व्रत को पूरे 24 घंटे तक रखती है। जो वर्ष में एक बार रखी जाती है। जिस दिन करवा चौथ का व्रत आता है। शहर एवं गांवों में इस पर्व को मनाने का प्रचलन है।
नारिया अपने पति की इच्छाओं को एवं हर एक काम में सफलता मिलने के लिए हर धर्मपत्नी को यह आभास होता है कि हमेशा सफल हो जाए जिससे घर में खुशहाली छाई रहे और परिवार तरक्की कर सके। स्त्रियों का सपना इन सभी चीजों से ही जुड़ा रहता है इसलिए इस व्रत को खुशी खुशी रखती है। हर साल कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। ये अक्टूबर या नवंबर के महीने में सामान्यतः मनाया जाता है।
चंद्रमा को भी विशेष रीति से पूजा की जाती है। करवा चौथ के दिन व्रत की विशेष मान्यता है। स्त्रियां अपने भूख प्यास को सह कर इस दिन को बिताते हैं। भूखी रहती है इससे एक दिन पूर्व बारह बजे रात के बाद से भोजन एवं पानी से परहेज किया जाता हैं। इस दौरान शिव पार्वती और गणेश जी की पूजा की जाती है। इस दिन इससे जुड़ी कथा पाठ सुनती है। कई महिलाएं मंदिर में भी पूजा करने के लिए जाती है। रात को चंद्र दर्शन के बाद पति का चेहरा चंद्रमा को छलनी से देखती है। पति अपने पति को पानी पिला कर करवा चौथ के व्रत को तोड़ा जाता है।
सुबह चार बजे से चन्द्र दर्शन के पश्चात तक इस व्रत को रखी जाती है। सारी पूजन पद्धति के बाद ही व्रत को समाप्त किया जाता है। पति अपनी पत्नी को जल पिलाते हैं। इससे उनका मनोकामना पूरी होती है। इसके बाद मिठाई विभिन्न प्रकार के व्यंजन मिष्ठान प्रसाद ग्रहण किया जाता है।
सुहागिन महिलाओं के लिए इसका महत्व काफी अधिक है। कई लंबे समय से इस दिन का इंतजार करती हैं। इसमें उनका सपना छिपा रहता है। इसी सपना को सहेजे रखती है कई पत्नियां पति पत्नी के बीच में रिश्ते को मजबूत करती है। इससे उनके घर में खुशियां आती है।
उत्तर भारत में करवा चौथ को विशेष रूप से मनाया जाता है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान तथा मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सो में इस को अहमियत दी जाती है। सुहागिन स्त्रियां ही इसे लेकर उत्साहित रहती है अब तो कुंवारी लड़कियां भी इसे लेकर उत्साहित रहती है।
दीर्घायु करवा चौथ व्रत पर 10 लाइन। 10 lines Essay on Karva Chauth in Hindi
1). करवा चौथ हिंदुओं का महत्वपूर्ण त्यौहार है।
2). प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. ये नवम्बर के माह में पड़ता है।
3). सुहागिन महिलाएं के लिए सबसे पवित्र और शुभ त्योहार माना जाता है।
4). करवा चौथ को कर्क चतुर्थी भी कहा जाता है।
5). स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु और स्वास्थ्य लाभ के लिए व्रत रखती है।
6). भारत की संस्कृति का परंपरा करवा चौथ के दिन देखने को मिलती है।
7). करवा चौथ विश्व भर में हिंदू पति-पत्नी के द्वारा मनाया जाता है।
8). उत्तर भारत के राज्य में करवा चौथ का त्यौहार श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
9). पति पत्नी के प्यार और विश्वास का त्योहार के रूप में मनाते हैं।
10). चंद्र दर्शन के बाद भक्ति आरती उतारकर पति का चेहरा देखने के लिए क्षमा का उपयोग करते हैं। तब पानी एक दूसरे को बुलाकर व्रत खोला जाता है।
करवा चौथ के निबंध में क्या जानकारी मिला:-What information was found in Karva Chauth essay: -
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