दीपावली क्यों मनाया जाता है और दीपावली कैसे मनाते हैं ?
भारत में त्यौहार अलग-अलग तिथियों को भिन्न-भिन्न त्यौहार आते रहते हैं. जो त्यौहार मनुष्य के दिल में बैठ जाता है. उसकी खुशी उस त्योहार के सुनने मात्र से ही आती है. जिसकी प्रशंसा पूरे देश में होती है. बच्चे हो चाहे बूढ़े हो,माताएं हो या बहने सभी के चेहरे पर खुशी का भाव दिखना शुरू हो जाता हैं. सभी भारतीयो का प्रसिद्ध त्योहारों में गिना जाता है. वर्ष का सबसे सुंदर त्यौहार जो खुशियां लेकर आती है.
1. दीपावली क्या है ? What is Dipawali in Hindi
दीपावली भारतीय हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है. सदियों से यह पर्व को प्रमुखता से मनाते आ रहे हैं. भारत देश में मुख्य रूप से दीपावली को मनाया जाता है. दीपावली को दीपों का त्योहार माना जाता है.
मान्यता है कि जब प्रभु श्री राम 14 वर्ष का वनवास काटकर मेहमान की तरह अयोध्या में आए थे, तो अयोध्यावासी इस खुशी में अपने-अपने घर में घी का दीप जलाकर खुशियां मनाए थे.
यह दीप लोगों के जीवन में खुशियां भर दी थी, जिससे घर परिवार में सुख,शांति एवं समृद्धि होने लगा. विजयदशमी से ठीक 20 दिन बाद एवं छठ पूजा से 6 दिन पहले दीपावली का त्योहार आता है. प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को आती है. अक्टूबर या नवंबर के महीने में पड़ता है. दीप जलाकर खुशियां मनाते हैं उसी को दीपावली कहते हैं.
हिंदी और अंग्रेजी में दीपावली ( Deepawali ) या दिवाली ( Diwali ) कहा जाता है. इसे दीपोत्सव, दीपों का त्योहार, कार्तिक अमावस्या की रात, रोशनी का त्योहार, दीप कह कर पुकारा या जाना जाता है.
इस दिन लक्ष्मी, गणेश तथा काली जी की पूजा भी की जाती है. इस दिन स्कूलों, कॉलेजों एवं दफ्तरों में छुट्टी रहती है, भारत देश के सभी राज्य में दीपावली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है.
खासकर महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली एवं देश के कोने कोने में दीपोत्सव का त्योहार मनाई जाती है. भारतीय नागरिक विदेशों में भी इस पर्व को श्रद्धा पूर्वक मनाते हैं. इसी दिन को जैन अनुयायी मोक्ष दिवस के रूप में मनाते हैं, तो सिक्ख अनुयायी बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाते हैं.
2. दीपावली कब मनाया जाता है -deepawali kab hai
दीपावली प्रत्येक साल मनाया जाने वाला त्यौहार है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार से दीपावली कार्तिक माह की अमावस्या की तिथि को मनाया जाता है. गैग्रोरियन कैलेंडर के मुताबिक यह त्यौहार अक्टूबर या नवंबर के महीने में मनाया जाता है. भारत में हल्का शरद ऋतु शुरू हो जाती है.
3. वर्ष 2020 में दीपावली कब है
वर्ष 2020 में दीपावली 14 नवंबर की तिथि को है. इस बार इस तिथि को शनिवार का दिन है. भारतीय बाल दिवस भी इसी तिथि को है.
तिथि - 14
माह - नवंबर
वर्ष - 2020
दिन - शनिवार
अगस्त - पांचवा शनिवार
4. दीपावली क्यों मनाया जाता है
दीपावली प्राचीन काल से चली आ रही मान्यताओं एवं परंपराओं के कारण दिपोत्सव मनाया जाता रहा है. मान्यता है कि जब अयोध्या के राजा राम भगवान के पिता दशरथ थे तब इन के चार पुत्र थे. राम, लक्ष्मण, भारत और शत्रु नाम के चार पुत्र थे. इनमें राम भगवान का रूप थे. दशरथ ने राम को राज्य का राजा बनाने का फैसला किया.
इस खबर से राम जी के सौतेली माता केकई ने एतराज जताया तब केकई ने दशरथ को दिए हुए दो वचन को याद दिलाई पहला वचन में राम की सौतेली मां ने उनसे राम के लिए 14 वर्ष का वनवास मांगा दूसरा वचन में भरत इस देश का राजा बने. राम को राजा ना बनाने पर पिता दशरथ को काफी दुख हुआ और राम जी ने अपने पिता के वचन को आशीर्वाद मानकर एवं केकई माता की इच्छा को पूर्ण करने के लिए 14 वर्ष का वनवास काटने के लिए राम, सीता और साथ में लक्ष्मण भी साथ चल पड़े. इन 14 वर्षों में वनवास में कई तरह की दुख, तकलीफ, समस्याओं का सामना करना पड़ा. अंत में मोह माया को हराकर 14 वर्ष के पश्चात पुनः उसी रूप में अपने पत्नी संग और लक्ष्मण एक साथ कार्तिक अमावस्या के दिन अयोध्या प्रांत को लौटे थे. इस खुशी में भगवान राम के साथ-साथ अयोध्या वासी भी घी के दिए जलाए और खुशी मनाएं. चारों ओर प्रकाश से ढक गया. वहां के निवासी दिन प्रतिदिन सुख-समृद्धि धन-संपत्ति की ओर वृद्धि करने लगा.
5. दीपावली का महत्व क्या है
दीपावली का त्यौहार सभी लोगों के लिए काफी महत्व रखता है. इसका महत्व इतना है कि यह देश विदेशों में हर्ष उल्लास के साथ मनाई जाती है. विशेष रूप से लक्ष्मी के आगमन के लिए इस दिन को शुभ मानते हैं. सभी लोगो के जीवन में दीपावली का त्यौहार ढेर सारी खुशियां, शांति, एकता, भाईचारे लेकर आती है और हमें अनेक मनोकामनाएं से परिपूर्ण करती है. क्योंकि यह अंधकार से रोशनी की ओर ले जाता है. असत्य से सत्य की राह दिखाता है. बुराई को हराकर अच्छाई की ओर प्रेरित करता है यानी हमारे दिल मन में शांति एवं खुशी का आनंद दिलाता है. जब लक्ष्मी, गणेश जी की पूजा की जाती है तो परिवार में सुख समृद्धि बढ़ने लगती है. दिवाली का महत्व हर समुदाय के लिए काफी महत्व रखता है इसलिए इसकी तैयारी बहुत पहले से शुरू हो जाती है. दिवाली के दिन दूसरों की खुशी में ही हमारी खुशी छिपी रहती है.
दूसरों को मदद करना इस दिन हमारी प्रमुखता होती है. जिस प्रकार से दीपक घर को रोशन एवं प्रकाश कर देता है. उसी प्रकार हम भी अच्छे विचार के इंसान बनकर दूसरों के जीवन में अच्छे विचार डाल सकते है. बुराई से अच्छाई के रासे पर ले जाया जा सकता है. जब कोई व्यक्ति अपने लक्ष्य को भूल जाता है तो हमेशा गलत रास्ता अपना लेता है. इसीलिए अपने गलती से कुछ सीख कर दूसरों के जीवन को बदल सकते हैं. जहां पर अच्छाई है वहीं पर भलाई भी होती है.
भगवान राम ने बुराई, असत्य, अन्धकार को हराकर जीत प्राप्त किए थे. राम को जिताने बुराई आई थी लेकिन राम ने हमेशा अच्छाई को अपनाएं और हर क्षेत्र में सफल हुए.
दीपावली का त्यौहार भारत के अलावा विदेशों में बड़ी धूमधाम से मनाते हैं. विदेशी भारतीय कनाडा, अमेरिका, नेपाल जैसे बड़े देशों में दीपावली का उत्सव मनाते हैं
दीपावली का मतलब होता है एक समूह में दिए को जलाकर जग को प्रकाशित करना. दीपावली यानि दीपों का उत्सव, दीपों का समूह, दिपो की कतार.
6. दीपावली कैसे मनाते हैं
हिंदू धर्म के परंपराओं एवं संस्कृति के अनुसार से ही हर वर्ष दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है. दीपावली बहुत बड़ा त्यौहार है इसलिए इसकी तैयारी बहुत पहले से की जाती है. दुकानों में दीपावली की वस्तु की बिक्री होती रहती है. इसकी तैयारी अनेकों तरह से की जाती है.
हिंदू धर्म में कार्तिक महीना में अनेकों एवं विशेष त्योहार मनाये जाते हैं. इसलिए कार्तिक माह को पवित्र महीना माना जाता है. त्यौहार के आने से पहले घर मकान और बिल्डिंगों की साफ सफाई एवं रंगाई पुताई करते हैं जिससे लक्ष्मी माता का घर में वास होता है घर की द्वार को अद्भुत तरीकों से सजाते हैं.
दिवाली के कुछ दिन पहले दिवाली के दिन को उपयोग होने वाली सामग्री बाजार, दुकानों में जाकर खरीद लेते हैं वहां से रंगोली, दीये, पूजा सामग्री, लक्ष्मी व गणेश की मूर्ति, पटाखे, मिठाई खरीदते हैं और घर के पवित्र स्थानों पर रख देते हैं. सभी जगह खुशी का माहौल रहता है. दीपावली के त्यौहार का इंतजार बड़ी बेसब्री से करते हैं.
दिवाली के एक सप्ताह पहले बिल्डिगो, घर, मकान को छोटी-छोटी बत्तियों से सजाते हैं और जिस दिन दिवाली का त्यौहार आता है उस रात में नए नए कपड़े पहन कर तैयार हो जाते हैं और माता लक्ष्मी की पूजा करते है. घर दीये, मोमबत्ती रंग बिरंगे लाइटिंग से रोशन कर देते हैं. परिवार संग दीपोत्सव का त्यौहार मनाते हैं. सभी लोग पटाखे फोड़ते हैं. इसमें तरह तरह के पटाखे छोड़ते बच्चे नजर आते हैं. अंत में भिन्न भिन्न प्रकार की मिठाईयां बांटकर दीपावली का त्यौहार को सेलिब्रेट करते हैं. लगातार त्योहारों की श्रृंखला में दीपावली का उत्सव और शोभनीय जाता है.
7. दीपावली त्योहार से क्या संदेश मिलता है
दीपावली त्यौहार खुशी देने के साथ-साथ सीख भी देती है. धार्मिक स्तर पर हो या सामाजिक स्तर पर सभी लोगों के लिए होती है. मन को शुद्ध करके दिल में ज्योति जलाते हैं. जरूरी नहीं है कि केवल दीप जलाकर लक्ष्मी की प्राप्ति हो जाए बल्कि आसपास के लोगों में शांति भाईचारे एकता प्यार खुशी देने का भी सीख देती है. बुरी चीजों का सहारा नहीं लेनी चाहिए.
आपने क्या सीखा:-
इस पोस्ट में आपने जाना कि दीपावली क्यों मनाया जाता है और दीपावली कैसे मनाते हैं ?