विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध essay on world environment day in hindi
विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध
विश्व पर्यावरण दिवस उन दिवसों में से एक है। जिससे पर्यावरण की शुद्धता स्वच्छता के लिए अभियान चलाए जाते हैं। विश्व के हर देश को इस पर फोकस करनी चाहिए क्योंकि पर्यावरण से ही हमें शुद्ध हवा जल ऑक्सीजन मिलते हैं जिससे जीवन को स्वस्थ रखा जा सकता है। कई जगह अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। बहुत सारे कार्यक्रम किए जाते हैं। लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। वर्ष में बहुत सारे दिवस उत्सव एवं कार्यक्रम होते हैं लेकिन यह उत्सव सारे विश्व को देश को गंभीरता से लेने की जरूरत होती है। इस अवसर पर कई प्रतियोगिताओ में विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है। बहुत सारे छात्र 5 जून पर्यावरण दिवस पर 10 लाइन हिंदी में पढ़ते है।
देश राज्य जिले शहरों गांवों में पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाता है। सभी देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए एवं इनसे जुड़े मुद्दे पर विचार बात रखने के लिए विशेष तैयारियां करते हैं। तो चलिए विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध तथा 5 जून पर्यावरण दिवस पर 10 लाइन फेस्टिवल हिंदी के पेज पर देख सकते हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध लगभग 700 शब्दों में। essay on world environment day in hindi
विश्व पर्यावरण दिवस विश्व भर में मनाया जाता है। विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर भी पर्यावरण से जुड़े मुद्दे पर बातें की जाती है पृथ्वी पर रहने वाला हर एक प्राणी पर्यावरण पर निर्भर है। पर्यावरण का तात्पर्य है हमारे चारों ओर जितना भी दूर निगाहें जा रही है उसे देखें या अनुभव कर रहे हैं उसी को पर्यावरण कहा जाता है। पर्यावरण दो शब्द की संधि से बना है परि यानी हमारे अधीन या पास तथा आवरण घिरा हुआ हमारे अधीन या दूर घिरा हुआ।
पर्यावरण को सरल शब्द में वातावरण भी कहते हैं। यह पर्यायवाची शब्द है अन्य पर्यायवाची शब्द जलवायु, परिवेश, वायुमंडल, माहौल, संगत को कहा जाता है। हमारी आवश्यकता को पूरा करने वाला गहरा रूप से जीवन पर प्रभाव डालता है। जैसे पेड़-पौधे, जीव-जंतु, पशु-पक्षी, मानव, हवा, जल, मिट्टी, पहाड़, नदी, सागर, मौसम इत्यादि यह सभी पर्यावरण के भाग है ।
वैश्विक लेवल तक पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण के बारे में जागरूकता करना होता है। समाजिक वह राजनीतिक रूप से पर्यावरण को बचाने का अभियान शुरू किया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस को वर्ल्ड एनवायरमेंट डे के रूप में उँचे स्तर पर मनाया जाता है। पहली बार वर्ष 1974 में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था। मानव पर्यावरण के चर्चा के संदर्भ में विश्व पर्यावरण दिवस का आईडिया दिया गया था।
इस विषय पर बात 1972 में की गई पर्यावरण से जुड़े जागरूक अभियान की तरह मनाया जाता है। हरेक साल अलग-अलग देश पर फोकस करके इस दिवस को सार्थक रूप से मनाया जाता है। हर देश की सरकार पर्यावरण दिवस को मनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद करती है। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाता है। विद्यार्थी सरकारी ऑफिसर में इस दिन को मनाने में भरपूर सहयोग करते हैं।
हमारा पर्यावरण जिस तरह से प्रदूषित हो रही है और उस पर ध्यान नहीं दिया गया तो मानव जाति के लिए इससे बड़ा और संकट आ सकता है सिर्फ खुद को नहीं बल्कि विश्व के हर प्राणी को संकट में ढकेल रहे हैं। बिना किसी इजाजत के मनमानी तरह से पेड़ों की कटाई, चिमनिया व फैक्ट्रियों से धुआं निकलने वाला गंदे जल को तालाब नदी स्रोतों में प्रभावित करना, रेडिएशन से पशु पक्षियों को खतरा महसूस होना, पेड़ पौधे में रासायनिक खाद का उपयोग किया जाना इसी कारण अनेक तरह के रोग हमारे शरीर पर प्रहार करता है।
समस्या से निजात पाने और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से विश्व पर्यावरण को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। वार्षिक उत्सव में से एक वर्ल्ड एनवायरमेंट डे भी है। सभी एक दूसरे पर ही निर्भर है पेड पौधे मनुष्य पर निर्भर है मनुष्य पेड़ पौधे पर निर्भर है क्योंकि कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं तो मनुष्य ऑक्सीजन लेते हैं।
मानव की अत्यधिक आवश्यकताओं को पूर्ति करना चिंता का कारण बनते जा रहा है। विश्व में बढ़ती आबादी के कारण यह संकट दोहरा रूप से प्रहार कर रहा है इसलिए कोई बड़ा प्राकृतिक आपदा आने से पहले विश्व के हर देश को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है। विश्व पर्यावरण दिवस मनाने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेनी चाहिए। देश के हर नागरिक का यह कर्तव्य बनना चाहिए कि हम सब पयार्वरण को को कैसे बचाएं?
विद्यार्थी के पाठ्यक्रम में पर्यावरण के बारे में पढ़ाया जाता है। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए इस दिवस का काफी महत्व माना जाता है यही कारण है कि प्राकृतिक आपदा आने से मानव व पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ता है। विश्व भर में पर्यावरण को अनदेखा करने से कई प्रजातियां विलुप्त होने की कगार को है या तो उन पर जातियों की संख्या कम हुई है या फिर ना के बराबर मानी जाती है। इन सभी का कारण है पर्यावरण के महत्व को न जाना।
वर्ष 1986 में पर्यावरण संरक्षण अधिनियम को भारत में 19 नवंबर को लागू किया गया था। इस दिवस को मनाने का खास मकसद होता है कि लोग पर्यावरण के महत्व को जानने और इसके प्रति संपूर्ण जागरूकता फैलाए खुद भी जागरूक बने और दूसरों को भी पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य बताएं। संयुक्त राष्ट्र संघ की निर्देशिता में सन 1972 में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में प्रथम बार पर्यावरण सम्मेलन का आयोजित किया हुआ था।
इस सम्मेलन में लगभग सभी देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। 1973 में इस पर चर्चा कर विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की घोषणा की गई। पहली बार 5 जून 1974 को वर्ल्ड एनवायरमेंट डे के नाम से मनाया गया। उसके बाद हर वर्ष 5 जून को पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाकर मनाया जाता है।
5 जून : पर्यावरण दिवस पर 10 लाइन 10 lines on world environment day in hindi
1). विश्व पर्यावरण दिवस को वर्ल्ड एनवायरमेंट भी कहा जाता है।
2). प्रत्येक वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाता है।
3). पर्यावरण की सुरक्षा और उसके संरक्षण के लिए विश्व भर में विश्व पर्यावरण दिवस को मनाया जाता है।
4). विश्व के हर एक देशों में पर्यावरण को लेकर चर्चा होती है एक जागृति फैलाई जाती है कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए क्या-क्या करनी चाहिए?
5). इस दिन स्कूलों, कॉलेजों में पर्यावरण पर भाषण दिए जाते हैं।
6). पर्यावरण के लाभ के बारे में बताते हैं इसमें शिक्षक शिक्षिकाओं का सहयोग लिया जाता है।
7). पहली बार 5 जून 1974 को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था।
8). पर्यावरण को शुद्ध करना शुद्ध रखना हर एक मानव के लिए जरूरी माना जाता है।
9). एक्सपर्ट पर्यावरण का आकलन का लास्ट में चर्चा करते हैं।
10). जो हमेशा सांस लेते हैं वह हवा शुद्ध होनी चाहिए इसलिए पेड पौधे लगाकर ऑक्सीजन को बढ़ाएं और शुद्ध वातावरण बनाए।
विश्व पर्यावरण दिवस के निबंध में क्या जानकारी मिला:-What information was found in World Environment Day essay: -
इसमें विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध हिन्दी में। Essay on World Environment Day in Hindi ; विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध तथा जून पर्यावरण दिवस पर 10 लाइन या शॉर्ट में क्रमबद्ध तरीके से जानकारी मिल चुकी होगी।