मकर संक्रांति निबंध इन हिन्दी - makar sankranti essay in hindi - हर लोग साल के शुरुआती त्यौहार का इंतजार करते हैं जैसे-जैसे उस त्योहार की तिथि नजदीक आती जाती है. चेहरे पर मुस्कान झलकनी शुरू हो जाती है. आज मकर संक्रांति निबंध इन हिन्दी एवं मकर संक्रांति 10 लाइन इन हिन्दी में इस पोस्ट के माध्यम से बताने वाले है मकर संक्रांति को साल का शुरुआती महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है क्योंकि यह भारत देश के लगभग हर एक कोने में मनाया जाता है. ये किसानों का प्रमुख त्योहार है. जितनी खुशी नववर्ष में होता है. उतनी ही खुशी मकर संक्रांति में भी देखने को मिलता है लेकिन यह बड़े खुशी से भारत में ही मनाया जाता है. इस त्यौहार को सभी लोग हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं.
अभी तक नव वर्ष की खुशी पूरी तरह से गायब नहीं हुई है कि तुरंत मकर संक्रांति का दिन भी आ जाता है इसलिए किसानों के द्वारा तैयार किया हुआ नया फसल के अन्नो को खाते हैं. अपने परिवार के संग मिलजुल कर इस त्योहार को मनाते हैं. मकर संक्रांति को बड़े ही उत्साह के साथ मनाने के लिए तरह-तरह की तैयारियां भी करते हैं तो चलिए मकर संक्राति पर निबंध इन हिन्दी के माध्यम से पूरी जानकारी देने वाले हैं.
मकर संक्रांति निबंध 500 शब्दों में - Makar Sankranti Essay in 500 Words
मकर संक्रांति भारत में मनाया जाता है. हिंदू समुदाय में मकर संक्रांति को सबसे महत्वपूर्ण त्योहार माना गया है. भारतीय हिंदू श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाते हैं. इस त्यौहार का महत्व भारत में अधिक है इसलिए इसे धूमधाम एवं आनंद के साथ मनाया जाता है. सादगी और प्रेम का संदेश देती है. मकर संक्रांति किसानों का विशेष त्योहार माना जाता है. मकर संक्रांति को कुछ जगहों पर अलग-अलग नामों से भी मनाया जाता है. अधिकतर बार 14 जनवरी को प्रतिवर्ष मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है लेकिन कभी-कभी 15 जनवरी की तिथि को भी पड़ जाता है. मकर संक्रांति को उत्तरायणी संक्रांति भी कहा जाता है. भारतीय किसानों के लिए खुशी का दिन माना जाता है.
मकर संक्रांति के नाम से उत्तर भारत में मनाया जाता है. लेकिन दक्षिण भारत के तमिलनाडु में पोंगल के नाम से मनाते हैं. केरल, आंध्र प्रदेश तथा कर्नाटक में सिर्फ संक्रांति कहा जाता है. उत्तराखंड तथा गुजरात में उत्तरायणी के नाम से मनाते हैं. पंजाब में इसी त्योहार को लोहरी कहा जाता है. यह मकर संक्रांति के पहले संध्या को मनाया जाता है. असम में बिहू के नाम से पुकारा जाता है. भारत के कुछ हिस्सों में संक्रांत के नाम से भी मनाया जाता है.
सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है. पौष माह में सूर्य मकर राशि में प्रवेश करना शुरू करता है. इसलिए इसे जनवरी माह में मनाया जाता है. सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर बढ़ता है इसीलिए इस त्योहार को उत्तरायणी संक्रांति के रूप में भी जानते हैं. फसलों की अच्छी पैदावार होने पर इस दिन भारतीय किसान ईश्वर एवं प्रकृति को धन्यवाद देते हैं.
मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने का खास महत्व होता है. हिंदू परिवार सुबह उठते ही गंगा स्नान करने जाते हैं. इसके बाद नए फसल के अन्न का भोजन खाया जाता है. संक्रांति में विशेष दान का भी महत्व होता है. इस दिन विभिन्न प्रकार के भोजन बनाए जाते हैं. इस विशेष मौके पर दावत रखते हैं कई सालों से चली आ रही परंपराओं के आधार पर ही मकर संक्राति का त्योहार मनाया जाता है. कई राज्यों में अलग परंपरा है तो उसी अनुसार से ही संक्राति भी मनाते हैं. इस संक्रांति में चूड़ा, दही, गुड़, तिल, खिचड़ी इत्यादि तरह के भोज्य पदार्थ शामिल किये जाते हैं.
भारतीय नागरिक विदेशों में भी मकर संक्रांति को उत्साह के साथ मनाते है. भारत में कई जगहों पर पतंगबाजी का भी आयोजन किया जाता है. विजेता को तोहफा दिया जाता है इस त्यौहार का महत्व काफी अधिक होता है क्योंकि यह त्यौहार उदारता एवं परोपकारी का सुंदर उदाहरण देती है. सभी लोग मिलजुल कर खुशियां मनाते हैं. और मकर संक्रांति के अवसर पर शुभकामनाएं देते हैं.
मकर संक्रांति के दिन सभी स्कूल, कॉलेज, दफ्तरों में छुट्टी रहती है. पारिवारिक जीवन में खुशहाली लाता है. पुण्य दान करने से गरीबों को भोजन कराने से सुख समृद्धि मिलती है. मकर संक्रांति को पवित्र त्यौहारो में गिना जाता है.
मकर संक्रांति 10 लाइन इन हिन्दी - Makar Sankranti 10 lines in Hindi
1. मकर संक्रांति हिंदू द्वारा मनाया जाने वाला विशेष त्यौहार है.
2. इसी त्योहार के नाम को दूसरे राज्य में अलग-अलग नामों से जाना जाता है.
3. फसल की कटाई और बुवाई करने की खुशी में मकर संक्रांत के दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है.
4. सूर्य कर्क रेखा से मकर रेखा में प्रवेश करता है उसी के नाम से मकर संक्रांति का नाम पड़ा.
5. प्रत्येक साल 14 जनवरी को मनाया जाता है लेकिन लीप ईयर होने के कारण उस वर्ष 15 जनवरी को मनाया जाता है.
6. भोजन का विशेष महत्व रहता है इस दिन दही, चूड़ा, तिल, गुड़ तथा खिचड़ी शामिल रहता है.
7. पतंगबाजी करने का शौक रखने वाला सामूहिक रूप से इसका आयोजन कराते हैं.
8. भारत में विशेष रूप से मकर संक्रांति का पर्व मनाते हैं और गंगा स्नान करते हैं.
9. मूल रूप से यह प्रकृति को समर्पित माना जाता है.
10. यह पर्व खुशी आनंद और भक्ति भाव से मनाया जाता है.
निष्कर्ष :-
इस पोस्ट में मकर संक्रांति निबंध इन हिन्दी एवं मकर संक्रांति 10 लाइन इन हिन्दी में जानकारी मिल चुकी होगी.
आप सभी को मकर संक्रांति की ढेर सारी शुभकामनाएं देता है.
धन्यवाद!