दुनिया का सबसे पवित्र दिन उसके जीवन में त्योहार की खुशियाँ देने आते हैं. हर इंसान को खुशियां अलग-अलग एवं विभिन्न रूपों में मिलती है. सार्वजनिक त्यौहार हो या निजी त्यौहार, राष्ट्रीय त्यौहार हो या राजकीय त्यौहार या फिर स्थानीय त्यौहार हो. ये खुशी का सबसे अहम समय होता है. अगर जीवन में अच्छा करना चाहते हैं तो त्यौहार के दिन अपने और अपने पूरे परिवार के लिए प्रार्थना करते हैं जिससे जीवन के हर मोड़ पर हमें आगे बढ़ने में आसानी हो सके. यही उमंग को अनुभव करने के लिए त्योहारों के द्वारा पवित्र दिन का स्वागत करते हैं. ऐसे दिवस के बारे में आप जानकारी हासिल करने वाले हैं जिससे शायद ही इससे कोई अपरिचित हो.
1. नव वर्ष क्या है - What is New Year in Hindi
नव वर्ष विश्व का सबसे बड़ा उत्सव है. यह दिन सभी धर्मों के लोगों के लिए महत्वपूर्ण होता है. नव वर्ष के पहले दिन को नववर्ष कहा जाता है. यह एक महत्वपूर्ण दिन की शुरुआत मानी जाती है जिसमें नई सोच, नई चेतना, नया उमंग, नई अभिलाषा ऐसी बहुत सारी चीजें जो हमारे लिए नई हो जाती है, यह चीजें हमें खुशियां देने वाली होती है. पुरानी चीजों को छोड़कर नई दिशा की ओर बढ़ते हैं. साल का पहला कदम नए वर्ष की शुभ अवसर पर रखते हैं. नववर्ष का महत्व हमारे जीवन में अत्यधिक मायने रखता है कहने को तो सिर्फ एक दिन हैं लेकिन एक दिन की ताकत ही 365 दिन तक हमें रास्ता दिखाती है.
सफलता की राह दिखाती है. ताकत का अनुभव कराती है. पूरे विश्व में नए साल के शुभ अवसर पर तरह तरह से इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं तथा विश्व में अलग-अलग जगह पर अलग-अलग तिथियों में नववर्ष मनाते हैं लेकिन विश्व के कैलेंडर के अनुसार से प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी को नव वर्ष मनाया जाता है. ईसाई धर्म में नववर्ष को पवित्र दिन माना जाता है. हिंदी में नव वर्ष या नया साल कहा जाता है. अंग्रेजी में न्यू ईयर ( New Year ) कहा जाता है. इसे फर्स्ट जनवरी, 1 जनवरी, नूतन वर्ष, नववर्ष का पहला दिन, फर्स्ट डे ऑफ द ईयर के नाम से भी जानते हैं. इस दिन सभी स्कूल, कॉलेज एवं सरकारी संस्थान बंद रहते हैं. भारत में इस दिन छुट्टी रहती है.
2. नव वर्ष कब मनाया जाता है - New Year Kab Manaya Jata Hai
नववर्ष प्रत्येक साल मनाया जाने वाला उत्सव है. जनवरी माह की पहली तारीख को नव वर्ष मनाया जाता है. ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार से हरेक साल 1 जनवरी की तिथि को मनाई जाती है. ज्यादातर इस दिन मौसम साफ और स्वच्छ रहता है. हालांकि शरद ऋतु ही रहती है.
3. वर्ष 2024 में नव वर्ष कब है - Happy New Year 2024
वर्ष 2024 में नव वर्ष 1 जनवरी की तिथि को है. इस शुभ तिथि को सोमवार का दिन पड़ रहा है.
4. नव वर्ष क्यों मनाया जाता है - New Year Kyu Manaya Jata Hai
1 जनवरी को नववर्ष मनाने की अलग-अलग मान्यताएँ है. लेकिन इनमें प्रमुख मान्यता है कि जब 46 वर्ष ईसा पूर्व के समय अलग-अलग तिथियों को नववर्ष मनाते थे. जो पहले 310 दिन का वर्ष लगता था लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया तो नव वर्ष में सुधार कर सही तिथि को मनाने की कोशिश की गई. लेकिन खगोलीय घटनाओं के गणनाओ के कारण नव वर्ष की पहली तिथि को इंगित किया गया.
रोम के शासक जुलियस सीजर ने नई खगोलीय घटनाओं के आधार पर नया कैलेंडर जारी करने को कहा इसमें बड़े बदलाव देखने को मिली थी. नए कैलेंडर में 12 महीने थे जबकि पुराने कैलेंडर में सिर्फ 10 महीने थे. जुलियस ने बड़े-बड़े खगोल विद्वानों के साथ मीटिंग करके नए कैलेंडर पर चर्चा किए. इसमें पता चला कि पृथ्वी सूर्य को एक चक्कर पूरा करने के लिए 365 दिन का वक्त लगाता है जबकि पुराने कैलेंडर में सिर्फ 310 दिन का वर्ष लगता था.
44 वर्ष ईसा पूर्व जुलियस सीजर की हत्या कर दी गई. इसके पहले से 1 जनवरी को नववर्ष की शुरुआत हो चुकी थी. इस कैलेंडर का नाम जूलियन कैलेंडर था. उसके बाद सेंट बीट नामक ने जूलियन कैलेंडर में खामियां निकाल दी. सैंडविच ने बताया कि 1 साल में 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट 46 सेकंड के समय के साथ होते हैं. इस गणना के अनुसार से 11 मिनट 14 सेकंड ज्यादा का वक्त गणना हो रही थी. इसे 3 दिन का समय 400 साल में से पीछे हो रही थी. सही गणना कर नियमित समय लागू करने के लिए रोमन कैथोलिक चर्च के 13वें पोप ग्रेगरी ने इस पर कार्य किया 13वें पोप ग्रेगरी और ज्योतिषी लाइसेंस ने साथ मिलकर नए कैलेंडर पर काम करना शुरू किया. वर्ष 1582 कैलेंडर में तारीखों का रूप दिया गणना करके पता चला कि 325 वर्ष से 1582 वर्ष के बीच 10 दिनों का अंतर देखने को मिला इसे सुधार कर साल 1582 में 10 दिन बढ़ाकर यानी 5 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक रखी गई जो शुद्ध रूप रेखा थी उसके बाद से लगातार 1 जनवरी को नव वर्ष के रूप में मनाया जाने लगा.
5. नव वर्ष का महत्व क्या है - New Year Ka Mahatva Kya Hai
नव वर्ष में नयी उत्साह के साथ खुशियां मनाते हुए नव वर्ष का उत्सव मनाते हैं. हर धर्म के लोग मिलजुलकर इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं. नई अभिलाषा, नई जिंदगी की तरह नव वर्ष लगती है. जब जूलियस सीजर रोम पर तानाशाही करते थे तो उसने इतने ईसा पूर्व में जूलियस कैलेण्डर की स्थापना किए थे. इसी अनुसार पहली बार 1 जनवरी को नए वर्ष के रूप में मनाया गया. नव वर्ष को नूतन वर्ष के रूप में भी जानते हैं. वर्ष के प्रथम दिन को आने वाले तिथि को यानी 1 जनवरी के दिन को नववर्ष कहा जाता है. पूरी दुनिया में इस दिन नव वर्ष की धूम रहती है. अपने परिवार एवं पड़ोसियों को सुंदर गिफ्ट देकर उसके शुभ दिन को शुरू करते हैं.
ऐसे तो कहीं कहीं अलग तिथियों में नववर्ष मनाते हैं. लेकिन इसका महत्व इतना हो जाता है कि पूरी दुनिया में नव वर्ष 1 जनवरी को ही मनाते है. यह दिन डिसाइड करने का मौका देता है क्योंकि इस दिन नई जिंदगी की शुरुआत होती है. तो पहले प्लानिंग करते हैं. उसी प्रकार से पूरे साल का वर्ष हमारे जिंदगी में अच्छा से बीते और सुख समृद्धि हो. अच्छा रिजल्ट आए इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं और आशीषे मांगते हैं. यह साल पिछले साल से मेरे एवं परिवार के लिए अच्छा हो. नए सपने, नए लक्ष्य, नई आइडियाज आज हमारे दिमाग में आते हैं. और उसी के अनुसार से काम करते हैं नव वर्ष के दिन हमारे लिए सब कुछ नया हो जाता है.
6. नव वर्ष का अर्थ मतलब - What is the Meaning of New Year in Hindi
नए वर्ष का अर्थ होता है. वर्ष का सबसे सुंदर एवं वर्ष का पहला दिन इस दिन की सौदर्यता खूबसूरत एवं पवित्र माना जाता है. मौज मस्ती एवं समाज में त्रुटियों को भुलाकर नए समाज की स्थापना करते है. जिसमें बुराई, अंधकार, असत्य एवं बुरी चीजों को जगह ना देकर बल्कि सत्य, प्रकाश, भलाई एव अच्छी चीजों का महत्व को बढ़ावा देते है. यही नववर्ष के दिन प्रण करना चाहिए.
7. नव वर्ष कैसे मनाया जाता है - New Year Kaise Manaya Jata Hai
नव वर्ष त्यौहार नहीं बल्कि यह एक उत्सव है. इसीलिए इस दिन खुश होकर नव वर्ष का उत्सव मनाते हैं. यह पूरे हर्षोल्लास के साथ एवं आनंदित होकर मनाया जाने वाला उत्सव है. चारों तरफ रोशनी से जगमग करते सितारे रंग बिरंगे लाइटें जो हमारे मन को खुश कर देता है. ऐसे तो 1 जनवरी के स्वागत के लिए 31 दिसंबर की रात को ही पूरी तैयारी कर लिया जाता है और जैसे ही 12:01 का समय होता है. चारों तरफ से पटाखों का आतिशबाजी लाइटों का आतिशबाजी शुरू हो जाती है और अजूबे जगह पर जैसे बुर्ज खलीफा में तरह-तरह के एनीमेशन से नव वर्ष का स्वागत करते हैं. यह पल सभी के लिए देखने लायक होती है. ऐसा लगता है कि पूरे साल की खुशियां एक ही दिन में मना लिया जाएगा. लेकिन यह एक उत्सव है. सभी के भावनाओं का सराहना किया जाता है और साल का पहला खुशी को शुभ माना जाता है. खुशियों का संदेश और शुभ संदेश लेकर आता है. जीवन में यही खुशियां यादगार बन जाती है.
इस दिन बड़े बड़े कार्यक्रम होते हैं. सुबह उठते ही नववर्ष की शुभकामनाएं देते हैं. सभी धर्म के लोग अपने अपने धार्मिक स्थल पर जाकर पूजा अर्चना करते हैं और पूरे साल के लिए आशीष मांगते हैं. मीठा मीठा पकवान खाते हैं और एक दूसरे को बांटते भी हैं. लोग पिकनिक में नववर्ष को मनाना बेहद पसंद करते हैं इसलिए लोग अपने घर से दूर मनचाहा जगहो पर जाकर मनाते हैं. इस समय ठंड का मौसम होता है इसीलिए बर्फीले जगह पर जाना ज्यादातर लोग पसंद करते हैं. इस दिन तरह तरक से लोग नव वर्ष को सेलिब्रेट करते हैं जिससे मन को आनंद आए.
8. नव वर्ष क्या संदेश देती है - New Year Ka Sandesh
जिस तरह से नववर्ष के दिन बीता है. उसी तरह से पूरे साल हंसी खुशी से बीते यानी जब हम मेहनत करेंगे और अच्छे रिजल्ट आएंगे. जो हमारी चाहत है वह पूरी होगी तभी खुश रह पाएंगे. यह दिन अपनी सोच को बढ़ाने एवं कुछ नया करने का संदेश देती है. इसमें कभी खुशी तो कभी गम आए तो आए हैं. लेकिन परिणाम बेहतर होनी चाहिए यानि यह दिन हमारे लिए आशा का संदेश लेकर आती है.